कैंसर का इलाज अब और आसान

कैंसर का इलाज अब और आसान

Dr. Sapna Nangia
भारतीय पुरुषो में मुंह और गले का कैंसर सबसे ज़्यादा देखने को मिलता है क्योंकि आजकल सिग्रेट, पान मसाला  और तम्बाकू का सेवन बहुत ज़्यादा बढ़ गया है । यही कारण है की कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी में इंडिया सबसे आगे है । मुंह का  कैंसर अलसर बनकर मसूड़ों और ज़बान पर अगर तीन हफ्तों से ज़्यादा दिखे तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए, आवाज़ में बदलाव, गले में दर्द का  रहना, गले और मुंह में झनझनाहट होना सभी कैंसर की और इशारा करते है और ऐसी सूरत में बिना वक़्त गवाए तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करना चाहिए ।

रेडियोथेरेपी कैंसर से लड़ने का इलाज़ है / इस में इलेक्ट्रो मैग्नेटिक रेज़ का इस्‍तेतमाल किया जाता है जो DNA सेल्स को खत्म कर के खतरनाक टिश्यू को खत्म कर देता है । ये एक बहुत इम्पोर्टेन्ट ज़ारिआ है हेड सर और मुंह के कैंसर के लिए । इस में बहुत चान्सेस है की FIRST Stage के पेशेंट्स 90 प्रतिशत ठीक हो जाते है और SECOND और  THIRD Stage के पेशेंट्स 70 प्रतिशत तक ठीक होने की सम्भावना होती है ।

इन्द्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल की ओंकोलॉजिस्ट डॉक्‍टर सपना नंगीआ का मानना है की कैंसर के पेटेंट्स जो सही वक़्त पर अपना इलाज़ शुरू करवा लेते है वो उतनी ही जल्दी अपनी नार्मल ज़िन्दगी जीने लगते है । जो IMRT ट्रीटमेंट नहीं करवाते उन्हें  अपनी नार्मल डाइट छोड़कर लिक्विड डाइट अपनानी पड़ती है क्‍योंकि  वो लोग नार्मल खाना डाइजेस्ट नहीं कर पाते और न ही उसका टेस्‍ट ले पाते है । और  तो और उनका मुंह एक सख्त लकड़ी की तरह हो जाता है और दांत भी ख़राब होने लगते है ।

डॉक्‍टर नंगीआ कहती है, जो भी मुंह और गले के कैंसर से लड़ रहा हो, उसका इलाज़ रेडियोथेरेपी , सर्जरी , कीमोथेरपी के साथ साथ IMRT के रूप में होना चाहिए । वो ये भी कहती है जनरल Physician , Dental surgeon  को भी इसकी जानकारी रहनी चाहिए क्योंकि पहला चेकउप मरीज का यही करते है ।