प्राणिक हीलिंग अपनाकर खुद बनें डॉक्‍टर

प्राणिक हीलिंग अपनाकर खुद बनें डॉक्‍टर

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प्राणिक का अर्थ प्राण और हिलिंग का मतलब उपचार है. इसमें न किसी तरह की दवा दी जाती है न ही छूकर इलाज किया जाता है. हमारे षरीर के चारों तरफ एक ‘औरा’ यानी कि आभामंडल होता है.  बीमारियों पहले औरा में प्रवेष करती हैं. उसके बाद हमारी बॉडी में पहुंचती हैं. प्राणिक हीलिंग में दूषित या निगेटिव एनर्जी को निकालकर  ताजी एनर्जी डाला जाता है. इससे रोगी तुरंत ही स्वस्थ और अच्छा अनुभव करने लगते हैं. प्राचीन समय में इस तरह की नॉलेज को बहुत ही गुप्त रखा जाता था लेकिन प्राणिक हिलिंग के फाउंडर मास्टर चोआ कॉक सुई ने इसके बारे में दुनिया को बताया. इलाज करा चुके लोगों का कहना है कि यह बहुत ही चमत्कारी उपचार है जिसमे सभी बीमारियों जैसे सिरदर्द, एसिडिटी, बॉडीपेन और मानसिक बीमारियों को आसानी से ठीक कर सकते हैं. यही नहीं पत्नी या पति के बिगड़े मूड को चुटकियों में ठीक कर सकते हैं. सुनने में यह बहुत अटपटा सा जरुर लगता है लेकिन यह बिलकुल सच है. आप आजमा कर देखेंगे तभी इस पर विश्‍वास कर सकेगें. भारत के सभी बड़े शहरों में प्राणिक हीलिंग के सदस्य हैं जहां से इसको सीखा जा सकता है. इसका पहला बेसिक कोर्स दो दिन का होता है. लेकिन यदि इसमें मास्टरी हासिल करनी है तो आपको पांच कोर्सेज करने होंगें. इनको करके कंपलीट हीलर बन जाते हैं. प्राणिक हीलिंग को अपना कर पॉजि‍टीव बनें और पॉजीटिवीटी फैलाएं.

अगर आप फायदा उठाना चाहते हैं तो दिल्‍ली के शॉह ऑडिटोरियम , सिविल लाइंस में 6 दिसंबर को 12 से 3 बजे तक इसका आयोजन किया जा रहा है; कार्यक्रम का लाभ लेने के लिए किसी तरह का शुल्‍क नहीं लगेगा; विशेष जानकारी के लिए आप मनो‍रमा शरिया से 9818007334 पर संपर्क कर सकते हैं;