सिंपल किटी नहीं ये है स्पीरिचुअल किटी

सिंपल किटी नहीं ये है स्पीरिचुअल किटी

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समय था जब किटी पार्टी महिलाओं के टाइम पास करने का एक जरिया मात्र था लेकिन इन दिनों किटी पार्टी महिलाओं के सिर्फ टाइम पास का जरिया नहीं रहा. अब किटी पार्टी का मकसद सिर्फ मौज मस्ती करना नहीं बल्कि आत्मिक शांति हासिल करना है. पिछले दिनों दिल्ली के कमला नगर की महिलाओं ने किटी पार्टी का आयोजन किया. इस पार्टी  में सिर्फ महिलाओं का मनोरंजन ही नहीं हुआ बल्कि तनाव जैसी बीमारी से निपटने के लिए प्राणिक हीलिंग पर परिचर्चा भी हुई. इस मौके पर सभी मेंबर ने प्राणिक हीलिंग किया. किटी की सदस्य न सिर्फ अपने किटी के सदस्यों के लिए इसका आयोजन करती हैं बल्कि अपने आसपास के लोगों को भी इसके लिए प्रोमोट करती हैं क्योंकि इनका मानना है कि जब से इन्होंने प्राणिक हीलिंग  करना शुरू किया है जिंदगी के प्रति उनकी सोच बदल गई है. वह जिंदगी के प्रति बहुत पाॅजिटिव हो गई हैं. किटी मेंबर अवनीत का कहना है कि जनरल किटी में गाॅसिप करते हैं लेकिन हमारी किटी अन्य किटी से बिल्कुल अलग है, यहां हम प्राणिक हीलिंग कर इनर हीलिंग करते हैं. इससे हमें अंदर से खुषी मिलती है. ग्रुप में मेडिटेशन करने से इंनर हिलिंग ज्यादा होती है. वहीं मनोरमा सरिया का कहना है कि पहले हम लोगों की किटी कलेक्शन वाली थी. कुछ गेम खेल लेते थे. कुछ गाॅसिप करते थे. लेकिन फिर हमने सोचा कि किटी को एक नया रूप दिया जाए. इसलिए हमने इसका नाम स्पीरिचुअल किटी का नाम दिया और हम सब मिलकर मेडीटेषन करने लगे और हमने महसूस किया जिंदगी के छोटे बड़े शिकवे शिकायत कम होने लगी. हमारी सोच पॉजिटिव हो गई. किटी की सबसे सीनियर मेंबर आशा अग्रवाल कहती हैं कि प्राणिक हीलिंग के बाद मेरी लाइफ बहुत आसान लगने लगी है. मैं यहां से पॉजिटिव एनर्जी लेकर घर जाती हूं और घर के दूसरे सदस्यों को भी इसके लिए प्रोमोट करती हूं. गाइडेड मेडिटेशन होता है इसलिए दिमाग इधर उधर नहीं भटकता. ग्रुप में मेडिटेशन करने से मन नहीं भटकता. यहां की एनर्जी की अलग बात होती है यहा कहना है ममता चिडि़पाल का. वहीं अर्चना कपूर का कहना है कि यहां आने के पहले से ही पॉजिटिव फीलिंग आने लगती हैं यहां आने के बाद एक अलग फीलिंग होती है. यहां सभी जिम्मेदारियों से मुक्त होकर खुद को ध्यान लगाते हो तो ध्यान लगाना आसान होता है. मेडिटेषन में वक्त लगता है यह रातों रात आप पर असर नहीं डालता इसके लिए प्रैक्टिस करनी पड़ती है. यह धीरे-धीरे असर डालता है. कोई कितना भी बुरा करें आप उसके प्रति पॉजिटिव थिंकिंग रखें. वहीं रीना नारंग का कहना है कि पिछले चार महीनों से हमने किटी में प्राणिक हीलिंग की शुरुआत की है. इससे किटी का हर सदस्य को फायदा हो रहा है. सभ यहां आकर अपना अपना एक्सपीरियेंस शेयर करते हैं. मेरी जिंदगी में बहुत बदलाव आया है. मुझ पर कभी तनाव हावी नहीं होता. बहुत रिलैक्स महसूस करती हूं. रजनी ग्रोवर का कहना है कि मेरी पूरी लाइफ बदल गई है. मेरा गुस्सा खत्म हो गया है. अब दूसरों की परेशानियों को जल्दी  समझ जाती हूं. मैं खुश रहती हूं और दूसरों को भी खुश रखने की कोशिश करती हूं. किटी के इन सदस्यों के अलावे रुचि, वर्षा,इंदू,काव्या,मुक्ता,अनिता,हर्श, नीरू,नवीना,नैंसी,रजनी,अर्चना,शगुन और ममता ने भी अपने विचार व्यक्त किए.