शर्लिन के साथ सोना चाहते थे ‘कामसूत्र 3D’ के प्रोड्यूसर

शर्लिन के साथ सोना चाहते थे ‘कामसूत्र 3D’ के प्रोड्यूसर

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जी हां, आपने बिल्कुल ठीक पढ़ा। जिस समय फिल्म ‘कामसूत्र 3D’ के डायरेक्टर और इसकी कहानी के राइटर रूपेश पॉल फिल्म के प्रोड्यूसर्स को इसका कॉन्सेप्ट समझा रहे थे, तो प्रोड्यूसर्स ने इस गलत समझ लिया था और वो ‘कामसूत्र 3D’ के एक पोर्न फिल्म समझने लगे थे।

ऐसी गलतफहमी के बीच फिल्म के प्रोड्यूसर्स ने लीड एक्ट्रेस शर्लिन चोपड़ा के साथ सोने की इच्छा जाहिर कर दी थी। रूपेश जिस समय मीडिया से बात कर रहे थे, उस समय उन्होंने ये खुलासा किया, ‘प्रोड्यूसर्स को ये समझाना कि मेरी फिल्म पोर्न फिल्म नहीं है, बहुत ही मुश्किल रहा। वो मेरे लिए बहुत ही कठिन समय था।’

‘मैंने अपने कदम तब पीछे खींच लिए थे जब उन लोगों ने फिल्म की लीडिंग लेडी शर्लिन चोपड़ा के साथ रात गुजारने की इच्छा जाहिर कर दी थी। उनके मुताबिक शर्लिन के साथ सोने के एवज में वो मुझे फिल्म बनाने का पैसा देने वाले थे’

निर्देशक रूपेश ने बताया, ‘सबसे पहली बात तो ये कि उनमें से कोई भी फिल्म की स्क्रिप्ट या सिनॉप्सिस पढ़ने को राजी नहीं था। मैं बहुत ही सस्ते होटलों में ठहरा हुआ था और बड़ा पाव खाकर गुजारा कर रहा था। हांलाकि आखिरी परिणाम सुखद था। मैनें उन्हें ढंग से समझाया कि आखिर फिल्म में शर्लिन का क्या पार्ट है। ये बहुत ही तनाव भरा था।’शर्लिन की प्रशंसा करते हुए पॉल ने कहा, ‘शर्लिन ने जब से फिल्म के लिए हां कहा है, वो फिल्म का एक सबसे जरूरी हिस्सा बन गई हैं। मुझे तब बहुत अच्छा लगा जब उन्होंने बिना किसी शर्त और झिझक के इस फिल्म में काम करने के लिए हां कह दिया। उन्हें फिल्म का कॉन्सेप्ट काफी पसंद आया था और स्क्रिप्ट पर भी उन्हें कोई शक नहीं था।’वैसे यहां पर गौर करने वाली बात ये है कि रूपेश पॉल की इस फिल्म के लिए उनकी पहली पसंद करीना  थीं, लेकिन कुछ जाहिर से कारणों की वजह से उन्होंने ये फिल्म नहीं की। फिल्म सेक्स पर आधारित है और इसमें काफी बोल्डनेस है। ऐसे में करीना ने ना कहना बेहतर समझा। साथ ही रूपेश को गुलजार साहब की तरफ से भी ना ही सुनने को मिला। गुलजार को स्क्रिप्ट पसंद आई थी, लेकिन वो फिल्म का टाइटल बदलवाना चाहते थे।आखिरकार रूपेश ने इस बारे में शर्लिन से बात की और शर्लिन फिल्म करने के लिए राजी हो गई थीं। अब तो ये फिल्म कंप्लीट भी हो चुकी है। रूपेश ने इसकी कहानी बताते हुए कहा, ‘ये एक वॉर फिल्म है जिसमें एक लव-स्टोरी भी जुड़ी है।

फिल्म असली समंदर में और जहाजों पर शूट हुई है। फिल्म में करीब 250 लोग इन्वॉल्व हैं। ये फिल्म बनाना काफी मुश्किल था, लेकिन फिर भी हमनें हर चीज एन्जॉय की।’निर्माता इस बात से भी बेहद खुश हैं कि उनकी इस फिल्म के 11 गानों में से 5 ऑस्कर के लिए नॉमिनेट हुए हैं। फिल्म के सभी 64 गाने दो नए लड़कों द्वारा तैयार किए गए थे। नॉमिनेशन के लिए इनमें से 11 गाने चुने गए थे और आखिरकार 5 ऑस्कर के लिए नॉमिनेट हो ही गए। साथ ही रूपेश ने इच्छा जाहिर की कि वो सभी 64 गानों को एक एल्बम के तौर पर रिलीज करना चाहते हैं।