प्राणिक हीलिंग फाउंडेशन का आयोजन

प्राणिक हीलिंग फाउंडेशन का आयोजन

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दिल्ली का शाह ऑडिटोरियम सिविल लाइन्स में 6 दिसंबर 2014 को प्राणिक हीलिंग फाउंडेशन ने एक ध्यान का आयोजन किया. इसका उदेश्‍य था लोगों को ध्यान और हीलिंग के बारे में अनुभव कराना.

50  प्राणिक हीलर्स की टीम अत्यंत उत्साह और प्यार से लोगों का स्वागत करने के लिए तैयार थी. एक ओर रजिस्ट्रेशन टेबल और दूसरी ओर विश बॉक्‍स की टेबल लगी थी जहां  लोग अपनी विशेज लिख कर उसमें डाल रहे थे. बहुत ही खुशनुमा माहौल था और लोगों के लिए ये एक नया अनुभव था.  लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा था.

प्रोग्राम की शुरुआत एक संदेष से हुई जिसका उदेश्‍य  था कि आप जब भी तनाव में हो और अपने आप को हल्का अनुभव करना हो तो ‘‘लोगों को माफ कर दें और उनसे माफी मांग लें;

इसके बाद दिल्ली की मैनेजिंग ट्रस्टी निधि ने लागों को फाॅरगिवनेस का जीवन में महत्व बताया और साथ ही प्राणिक हीलिंग की ट्विन हार्ट मेडिटेशन को करने के लिए संक्षेप में जानकारी दी. ध्यान के दौरान लोगों को बहुत अच्छे अनुभव हुए जो उन्होंने सबके साथ शेयर किए. किसी को ऊर्जा की अनुभूति हुई तो किसी को अपने अंदर प्रकाश दिखाई दिया.

आॅडिटोरियम से बाहर फ्री हीलिंग कैंप था. लोगों के लिए ये बहुत सुखद अनुभव था कि कैसे हीलर सिर्फ अपने हाथों से स्कैनिंग करके ही लोगों को उनके शरीर की बीमारियों के बारे में कैसे बता सकते हैं.

ज्यादातर लोगों का एक कॉमन प्रश्‍न  था कि क्या इससे कोई भी सीख सकता है या सिर्फ इसके जानकार ही इसे कर सकते हैं

इसका जवाब है, हां इससे कोई भी सीख कर अपना तथा अपने परिवार का भला कर सकता है. साथ ही आप इसे एक प्रोफेशन की  तरह भी अपना सकते हैं और घर बैठे कमा सकते हैं. ज्यादा जानकारी के लिए 98100088775 और 9818007334 पर संपर्क कर सकते हैं.

दिलानो ज्‍वेल्‍स की नई पहल दीप

दिलानो ज्‍वेल्‍स की नई पहल दीप

(L-R)_Tehseen Poonawalla, Monicka Vadera and Chitwn D Malhotra

Deep by Dillano lighting of the lamp by Mr Salman Khurshid (L-R) Amar Singh, Chitwn D Malhotra & Salman Khurshid-1

मशहूर ज्वेलरी ब्रांड दिलानो ने दिग्गज हस्तियों की मौजूदगी के बीच अपने खूबसूरत और भव्य कलेक्‍शन  ल्योपर्ड कलेक्‍शन का लांच किया. इसी अवसर पर वंचित समुदायों की महिलाओं एवं बच्चों के कल्याण के लिए एक चेरिटेबल ट्रस्ट ‘दीप के लांच की जानकारी दी. यह पहल दिलानो की नियमित सीएसआर गतिविधियों का एक भाग है. पूर्व विदेश मंत्री श्री सलमान खुर्शीद ने होटल अशोका में दीप प्रज्जवलन के साथ चैरिटेबल ट्रस्ट ‘दीप का उद्धाटन किया. इस मौके पर शिरकत करने वाले खास अतिथियों में कांग्रेस के प्रवक्ता तहसीन पूनावाला एवं रार्बटवाड्रा की बहन मोनिका वाड्रा शामिल थे. इस अवसर पर कई अन्य दिग्गजों ने भी षिरकत की. इनमें राज्य सभा के पूर्व विधायक अमर सिंह सामाजिक कार्यकर्ता जैसे सोनल जिंदल, मीनाक्षी सूद, दत्ता, डॉली ग्रोवर, अन्नु कपूर, अल्मा रांचल, मनु ममता एवं रोशनी ठाकुर शामिल थे. इसके अलावा सेंटर फॉर शोसल रीसर्च की निदेषक श्रीमती रंजना कुमारी एवं कांगो और श्रीलंका के राष्ट्रपति श्री बालुम्यने न्कूना फ्रेंकोइस की पत्‍नी श्रीमती लज्जू ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई. इस प्रदर्शनी से आने वाला 25 फीसदी राजस्व ‘दीप को जाएगा. दीप के उद्घाटन के अवसर पर दीप चेरिटेबल ट्रस्ट एवं दिलानो के संस्थापक एवं ज्वेलरी डिजाइनर मिस चितवन डी मल्होत्रा ने बताया1 ‘दिलानो बहुत सी अमीर और खूबसूरत महिलाओं के चेहरे पर मुस्कान लाता है. हमारा मानना है कि समाज के वंचित समुदायों की महिलाओं को भी खुशी पाने का उतना ही अधिकार है. दिलानो की शुरूआत से ही हम समाज के इस वर्ग के लिए कुछ प्रयास करना चाहते थे. भगवान की कृपा और आप सभी के सहयोग से दिलानो तेजी से विकसित हो रहा है. हम समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझते हैं और इसी के मद्देनजर हमने दीप के गठन का फैसला लिया. हमारा नया कलेक्‍शन ल्योपर्ड बहादुरी साहस और आशावाद का प्रतीक है और ये गुण उपभोक्ताओं और समाज की सेवा के हमारे दर्शन को स्पष्ट करते हैं. इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री सलमान खुर्षीद ने बताया। दिलानो की सीएसआर गतिविधियों के तहत दीप चेरिटेबल ट्रस्ट की स्थापना की गई है जो विषेष रूप से समाज के वंचित समुदायों की महिलाओं और बच्चों के कल्याण  की दिषा में काम करेगा. यह मिस मल्होत्रा का सराहनीय प्रयास है. जिसके द्वारा वे ग्लैमरस एवं हाई प्रोफाईल प्रदर्शनी के माध्यम से समाज के बेसहारा लोगों की मदद हेतु तत्पर हैं.

 चेरिटेबल ट्रस्ट-दीप के बारे में

दीप एक गैर लाभ स्वयंसेवी संगठन है जो समाज के गरीब समुदायों को रोजगार, शिक्षा एवं चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराकर महिलाओं एवं बच्चों के कल्याण हेतु सक्रिय है. दीप भारत के नागरिकों या दानदाताओं से आर्थिक सहायता की मांग नहीं करता है. हम आपसे वे चीजें मांगते हैं जिन्हें आप कुछ समय के बाद इस्तेमाल करना बंद कर देते हैं. हम चाहते हैं कि आप अपने लिए बेकार हो चुकी इन चीजों को दान में दें जो समाज के गरीब लोगों के काम आ सकती हैं और उनके चेहरे पर एक नई मुस्कान ला सकती हैं.

सिंपल किटी नहीं ये है स्पीरिचुअल किटी

सिंपल किटी नहीं ये है स्पीरिचुअल किटी

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समय था जब किटी पार्टी महिलाओं के टाइम पास करने का एक जरिया मात्र था लेकिन इन दिनों किटी पार्टी महिलाओं के सिर्फ टाइम पास का जरिया नहीं रहा. अब किटी पार्टी का मकसद सिर्फ मौज मस्ती करना नहीं बल्कि आत्मिक शांति हासिल करना है. पिछले दिनों दिल्ली के कमला नगर की महिलाओं ने किटी पार्टी का आयोजन किया. इस पार्टी  में सिर्फ महिलाओं का मनोरंजन ही नहीं हुआ बल्कि तनाव जैसी बीमारी से निपटने के लिए प्राणिक हीलिंग पर परिचर्चा भी हुई. इस मौके पर सभी मेंबर ने प्राणिक हीलिंग किया. किटी की सदस्य न सिर्फ अपने किटी के सदस्यों के लिए इसका आयोजन करती हैं बल्कि अपने आसपास के लोगों को भी इसके लिए प्रोमोट करती हैं क्योंकि इनका मानना है कि जब से इन्होंने प्राणिक हीलिंग  करना शुरू किया है जिंदगी के प्रति उनकी सोच बदल गई है. वह जिंदगी के प्रति बहुत पाॅजिटिव हो गई हैं. किटी मेंबर अवनीत का कहना है कि जनरल किटी में गाॅसिप करते हैं लेकिन हमारी किटी अन्य किटी से बिल्कुल अलग है, यहां हम प्राणिक हीलिंग कर इनर हीलिंग करते हैं. इससे हमें अंदर से खुषी मिलती है. ग्रुप में मेडिटेशन करने से इंनर हिलिंग ज्यादा होती है. वहीं मनोरमा सरिया का कहना है कि पहले हम लोगों की किटी कलेक्शन वाली थी. कुछ गेम खेल लेते थे. कुछ गाॅसिप करते थे. लेकिन फिर हमने सोचा कि किटी को एक नया रूप दिया जाए. इसलिए हमने इसका नाम स्पीरिचुअल किटी का नाम दिया और हम सब मिलकर मेडीटेषन करने लगे और हमने महसूस किया जिंदगी के छोटे बड़े शिकवे शिकायत कम होने लगी. हमारी सोच पॉजिटिव हो गई. किटी की सबसे सीनियर मेंबर आशा अग्रवाल कहती हैं कि प्राणिक हीलिंग के बाद मेरी लाइफ बहुत आसान लगने लगी है. मैं यहां से पॉजिटिव एनर्जी लेकर घर जाती हूं और घर के दूसरे सदस्यों को भी इसके लिए प्रोमोट करती हूं. गाइडेड मेडिटेशन होता है इसलिए दिमाग इधर उधर नहीं भटकता. ग्रुप में मेडिटेशन करने से मन नहीं भटकता. यहां की एनर्जी की अलग बात होती है यहा कहना है ममता चिडि़पाल का. वहीं अर्चना कपूर का कहना है कि यहां आने के पहले से ही पॉजिटिव फीलिंग आने लगती हैं यहां आने के बाद एक अलग फीलिंग होती है. यहां सभी जिम्मेदारियों से मुक्त होकर खुद को ध्यान लगाते हो तो ध्यान लगाना आसान होता है. मेडिटेषन में वक्त लगता है यह रातों रात आप पर असर नहीं डालता इसके लिए प्रैक्टिस करनी पड़ती है. यह धीरे-धीरे असर डालता है. कोई कितना भी बुरा करें आप उसके प्रति पॉजिटिव थिंकिंग रखें. वहीं रीना नारंग का कहना है कि पिछले चार महीनों से हमने किटी में प्राणिक हीलिंग की शुरुआत की है. इससे किटी का हर सदस्य को फायदा हो रहा है. सभ यहां आकर अपना अपना एक्सपीरियेंस शेयर करते हैं. मेरी जिंदगी में बहुत बदलाव आया है. मुझ पर कभी तनाव हावी नहीं होता. बहुत रिलैक्स महसूस करती हूं. रजनी ग्रोवर का कहना है कि मेरी पूरी लाइफ बदल गई है. मेरा गुस्सा खत्म हो गया है. अब दूसरों की परेशानियों को जल्दी  समझ जाती हूं. मैं खुश रहती हूं और दूसरों को भी खुश रखने की कोशिश करती हूं. किटी के इन सदस्यों के अलावे रुचि, वर्षा,इंदू,काव्या,मुक्ता,अनिता,हर्श, नीरू,नवीना,नैंसी,रजनी,अर्चना,शगुन और ममता ने भी अपने विचार व्यक्त किए.

फिसली सलमान की नजर, प्रियंका हुईं Embarrass

फिसली  सलमान की नजर, प्रियंका हुईं Embarrass

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सलमान खान और प्रियंका चोपड़ा हाल ही में एक अवॉर्ड्स सेरेमनी में नजर आए। इस दौरान सल्लू मियां प्रियंका की बगल में बैठे हुए थे, जबकि प्रियंका की दूसरी ओर उनकी मां बैठी थीं।

बात करते-करते अचानक सलमान की नजर प्रियंका की रिवीलिंग ड्रेस पर चली गई और वे काफी देर तक उन्हें देखते रहे। अपने ऊपर सलमान की नजर को टिकी देखकर प्रियंका एम्बेरेस हो गईं। गौरतलब है कि प्रियंका ने इस इवेंट में ब्लैक रिवीलिंग गाउन पहना हुआ था।

बता दें कि सलमान खान प्रियंका के बहुत अच्छे दोस्त हैं। इतना ही नहीं, करन जौहर के शो ‘कॉफी विद करन’ में सलमान प्रियंका से शादी तक करने की बात कह चुके हैं।

 

 

कैसे बने जेल में संजय दत्त के 6 पैक एब्स

कैसे बने जेल में संजय दत्त के 6 पैक एब्स

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जेल से फरलो पर बाहर आए संजय दत्त ने अपने सिक्स पैक एब्स से अपने फैन्स को चौंका दिया। संजय दत्त के किलर एब्स ने हर किसी को चौंका दिया कि आखिर जेल में बंद संजय दत्त ने अपनी बॉडी कैसे मेंटेन रखी।

 

इस बात का जवाब उनके साथ पीके फिल्म बना चुके निर्माता विधु विनोद चोपड़ा ने दिया है।  उन्होंने कहा संजय ने उन्हें एक दफा जेल से लेटर लिखा था। संजय ने इस लेटर में लिखा था कि वह जेल में रेग्युलर वर्कआउट कर रहे हैं और उन्होंने सिक्स पैक एब्स बना लिए हैं! उन्होंने जेल में बाल्टियों में पानी भरकर उसे डंबल की तरह यूज किया।

 

इतना ही नहीं संजय ने परफेक्ट बॉडी पाने के लिए अपने खाने-पीने का भी ध्यान रखा। संजय के रूटीन के बारे में बताते हुए एक सूत्र ने बताया कि संजय शाम को 7 बजे डिनर कर लेते थे। इसके बाद अगले तीन घंटों तक वह बिना रुके हुए वर्कआउट करते थे। उन्होंने अपने बाइसेप्स बनाने के लिए पानी की बाल्टियों का यूज किया और सूर्य नमस्कार पर भी नियमित ध्यान दिया।

 

वास्तव में उन्होंने जेल के अंदर बेहद हेल्दी लाइफस्टाइल मेंटेन की। सूत्रों की मानें तो संजय सुबह जल्दी उठ जाते थे और जेल परिसर में ही वॉक करते थे। सुबह 7 बजे ब्रेकफास्ट लेने के बाद वह 8 बजे अपना रेग्युलर काम शुरु कर देते थे जो दोपहर 12 बजे तक चलता था। 1 बजे लंच लेने के बाद वह दो घंटे तक रेस्ट करते थे और उसके बाद एक घंटा एक्सरसाइज करते थे। सजंय दत्त की बॉडी को देखकर तो यही लग रहा है कि उन्होंने अपनी बॉडी को शेप में लाने के लिए काफी हार्ड वर्कआउट किया है।

बीयर स्पा

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ये तो हम सभी जानते हैं कि बीयर पीने के लिए ही होती है, लेकिन आपको यह जानकार आश्चर्य होगा कि दुनिया में एक ऐसा स्पा भी है, जहां बीयर पीने के साथ नहाने के लिए भी उपलब्ध कराई जाती है। यह स्पा चेक गणराज्य के सबसे बड़े शहर प्राग में स्थित है, जहां पर गेस्ट्स को बीयर पीने के साथ ही नहाने के लिए भी उपलब्ध करवाई जाती है। बीयर स्पा में आने वाले विजिटर्स को बाथ टब में नहाने के लिए 30 मिनट मिलते हैं। हर टब के पास टेप (नल) लगा. बता दें कि बाथ टब बीयर से भरा होता है और उसमें प्राकृतिक सामग्री मिली होती हैं, जो शराब बनाने के काम में आती है। इसमें जौ और यीस्ट भी खासतौर पर मिला होता है। इन सबको 37 डिग्री तापमान पर रखा जाता ताकि बाथ टब में डाली गई प्राकृतिक सामग्री बीयर में मिल जाए। इससे नहाने वालों को विटामिंस, कार्बोहाइड्रेड्स और प्रोटीन्स मिलते हैं। बाथ के बाद विजिटर्स को कंपनी को ओर से रिलेक्सेशन सेशन भी ऑफर किया जाता, जिसमें उन्हें हीटेड बेड के साथ 20 मिनट का मसाज भी दिया जाता है।

फ्लोटिंग पार्क

इंडिया में खूबसूरत जगहों की कमी नहीं है। यहां खूबसूरत नदियां, समुद्र, पहाड़, जंगल, झरने, हरियाली, सब कुछ है। इंडिया में ऐसी कई जगहें हैं जो टूरिस्ट्स के बीच बहुत पॉपुलर हैं। यहां पुराने समय की कई ऐसी खूबसूरत जगहें भी मौजूद हैं, जो देश-विदेश के सैलानियों की पसंददीदा हैं। मणिपुर के विष्णुपुर जिले में बना हुआ केईबुल लामजाओ दुनिया का इकलौता फ्लोटिंग पार्क है। यह तैरता हुआ पार्क खत्म होती जा रही प्रजाति वाले संगई हिरणों का घर है। लोकटक लेक पर बने हए इस पार्क में फुमडिस के पौधों की भरमार है। यह पूरा पार्क 40 स्क्वेयर किलोमीटर तक फैला हुआ है।    यह पार्क इंफाल से 53 किलोमीटर दूर है। इंफाल से सड़क मार्ग से यहां पहुंचा जा सकता है।

 

जल्दी पीरियड तो जल्दी मीनोपोज

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पिछले कुछ महीनों से सरिता एक अजीब तरह की बेचैनी महसूस कर रही थी; उसे न भूख लगती न ही कहीं जाने की इच्‍छा होती; आधी रात को पसीने से तर हो जाती और नींद खुद जाती थी; यही नहीं पिछले महीने उसे पीरियडस भी नहीं आया। सोची टेशन से ऐसा हो रहा हो लेकिन जब बहुत दिनों तक तबीयत में सुधार नहीं हुआ तो पहुंची गाइनोकोलोजिस्‍ट के पास; गायनीकोलोजिस्‍ट ने जो बताया वह सुनकर उसके होश उड् गए; डॉक्‍टर ने कहा कि आपका मीनोपोज शुरू हो गया है; लेकिन सरिता ने कहा कि मेरी उम्र तो अभी 38 साल है अभी कैसे हो सकता है; डॉक्‍टर ने जो बात बताई वह कुछ इस प्रकार थी;

मीनोपोज की कोई सही उम्र नहीं है. कुछ महिलाओं को इसका सामना 40 की उम्र में करना पड़ता है तो कुछ को 48 की उम्र में. अब आप यह सोच रहे होंगे कि इतना अंतर क्यों? हाल ही में हुए शोध में यह बात सामने आई है कि कम उम्र में लड़कियों को पहला पीरियड आना जल्दी  मीनोपोज का संकेत है. क्योंकि अगर 12 या 13 की उम्र में पीरियड आता है तो इस स्थिति में ओवरी में अंडा बनना 40 साल के पहले बंद हो जाता है. इसलिए शोधकर्ताओं को कहना है कि लड़कियों की शादी करते हुए इस बात को भी ध्यान में रखना चाहिए जिससे कि बढ़ती इनफर्टिलिटी को रोका जा सके.

डाॅक्टर एमी सेठ का कहना है कि अक्सर महिलाओं को इस बात का अहसास ही नहीं होता कि 30 की उम्र से पहले ही प्रजनना क्षमता में कमी आना आरंभ हो जाता है. कई महिलाएं मानती हैं कि प्रजनन क्षमता में गिरावट 40 साल के आस-पास होना आरंभ होती है लेकिन आजकल इसकी औसत उम्र 35 साल हो गई है. हेल्दी लड़कियों की बाॅडी में आरंभ से ही सभी एग मौजूद होते हैं जब लड़़की यंग एज में आती हैं तो पीरियड आरंभ हो जाते हैं. प्रेगनेंट होने की सही उम्र हमारी दादी नानी का हमेशा से ही यही कहना होता है कि हर इंसान के लिए शादी करने की एक सही उम्र होती है. वैसे काफी हद तक यह अनुवांषिक होता है. आज की भाग दौड भरी जिंदगी और अपने कैरियर को प्राथमिकता देने वाली लड़कियों का 30 की उम्र के बाद शादी करना एक आम बात हो चुकी है. देर से शादी मतलब देर से गर्भधारण और देर से गर्भधारण मतलब मां और बच्चे दोनों को खतरा. गर्भधारण कब होना चाहिए और इसके लिए सही उम्र क्या है, हम आज इसी विषय पर बात करेगें.

प्रेगनेंट होने की सही उम्र 

वैसे तो गर्भधारण करने की सही उम्र का कोई अंदाजा नहीं लगाया जा सकता पर कम से कम 30 की उम्र से पहले गर्भधारण कर लेना चाहिए, क्योंकि 35 की उम्र के बाद गर्भधारण करने का मौका कम हो जाता है. यह भी कहा जाता है कि देर से प्रेगनेंसी बच्चे में कई तरह की कमियां विकसित कर सकती है. जो महिलाएं 35 के बाद या 18 साल की उम्र से पहले गर्भधारण करती हैं उनके बच्चे मानसिक रूप से कमजोर होते हैं. साथ ही ऐसे बच्चे सामान्य पैदा हुए बच्चों के मुकाबले शारीरिक और मानसिक तौर पर कमजोर होते हैं. अगर लड़की की शादी जल्दी हो गई है यानी की 21 साल, तब युगल को मिल कर 27 या 30 की उम्र के पहले ही बच्चे को जन्म देने की सोच लेनी चाहिए.

 

 

Movie Review: ‘पीके’

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Genre: कॉमेडी ड्रामा

Director: राजकुमार हिरानी

रेटिंग-  4

कहानी

पीके  एक एलियन है। जब उसका यान धरती पर उतरता है और वह बाहर आता है, तो खुद को एक नई दुनिया में देखकर हैरत में पड़ जाता है। इसी दौरान पीके का लॉकेट (जिससे वह अपने ग्रह के संपर्क में रह सकता था) कोई चुरा लेता है। पीके अपने लॉकेट को ढूंढता है, लेकिन वह उसे नहीं मिलता। वह अपने लॉकेट को ढूंढते हुए  शहर में दाखिल होता है और यहाँ उसकी मुलाकात एक टीवी रिपोर्टर जगत जननी (अनुष्का शर्मा) से होती है । अपनी लॉकेट की तलाश करते हुए वह भोजपुरी भी सीख जाता है और इसी भाषा में संवाद करता है। वह व्यवसाय में तब्दील हो चुके धर्म से बंधक बन चुके भगवान को मुक्त कराने की बात करता है, जो लोगों को अटपटी लगती है। फिल्म मासूम पीके  के साथ मनोरंजक ढंग से आगे बढ़ती है, जिसमें उसके साथ कुछ लोग जुड़ते चले जाते हैं। पीके की बातों का धीरे-धीरे लोगों पर असर पड़ता है। पीके कहता है कि धार्मिक आस्था पे सवाल नहीं उठाये जाते क्योंकि ये विश्वास का मामला है। कई बार तो इस मामले में तो कई दफा गोली भी खानी पड़ जाती है।

 

‘पीके’ में निर्देशक राजकुमार हिरानी ने धर्म और भगवान पर इतने सवाल उठाए हैं कि फिल्म खत्म होते-होते लगता है कि हमने भगवान की उस मूरत को धो के साफ कर दिया है, जिसे सालों से ढोंगी धर्माधिकारियों ने गन्दी कर मुनाफे का जरिया बनाया हुआ था। फिल्म यह दिखाने की सफल कोशिश करती है कि एक दूसरे ग्रह से आए हुए इन्सान और इस धरती के आम इन्सानों की तकलीफ कितनी मिलती-जुलती है।

एक्टिंग

पीके की भूमिका में आमिर खान ने अविस्मरणीय अभिनय किया है। बाकी कलाकारों ने भी अपना सर्वश्रेष्ठ दिया है। अनुष्का शर्मा फिल्म में अच्छी लगती हैं और उनका किरदार जगत जननी ताजगी का अहसास करवाता है। संजय दत्त अनूठे लगे हैं।बोमन ईरानी और सौरभ शुक्ला बहुत मजेदार है और सुशान्त सिंह राजपूत बहुत फ्रेश लगते हैं।

 

 

इंडिया का डेस्टिनेशन स्‍टोर

इंडिया का डेस्टिनेशन स्‍टोर

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अगर आप अपना स्‍टाइल स्‍टेटमेंटस बदलना चाहते हैं तो आपके लिए बजरिया स्‍टोर बेहतर ऑप्‍शन हो सकता है। मौसम के मिजाज को समझते हुए बजरिया ने अपना विंटर कलेक्‍शन लॉच किया है जो हर व्‍यक्ति की जरूरत है। देश विदेश के 50 से भी ज्‍यादा ब्रॉड इससे जुडे हुए हैं। यहां इको फ्रेंडली प्रोडक्‍ट से लेकर लाइफस्‍टाइल प्रोडक्‍ट मौजूद हैं। यहीं नहीं दुनियाभर के लाइफस्‍टाइल स्‍टफ यहां उचित कीमत पर उपलब्‍ध है। इसलिए इसे डेस्टिनेशन स्‍टोर भी कहा जाता है। फिर देर किस बात की आज ही करें कॉल इस नंबर पर 011 45793261

 

गौहर को पड़े थे थप्पड़, धर्म नहीं कुछ और है वजह

गौहर को पड़े थे थप्पड़, धर्म नहीं कुछ और है वजह

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रविवार को म्यूजिकल रियलटी शो इंडियाज रॉ स्टार के ग्रैंड फिनाले की शूटिंग के दौरान मोहम्मद अकील मलिक नाम के शख्स ने होस्ट गौहर खान को थप्पड़ मारे थे घटना के बाद अकील को गिरफ्तार कर बोरीवली कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 4 दिसंबर तक की रिमांड पर भेज दिया गया है।

पुलिस को दिए स्टेटमेंट में अकील ने बताया कि उसने गौहर को शॉर्ट ड्रेस में देखकर काफी कंट्रोल किया, लेकिन जब बर्दाश्त नहीं हुआ तो थप्पड़ रसीद कर दिए। सीनियर इंस्पेक्टर विलास चवन ने अकील के बारे में बताया कि वह लड़कियों को छोटे-छोटे कपड़ो में नहीं देख सकता है, इससे उसकी सेक्स भावनाएं भड़कती हैं।

गौरतलब है कि रविवार को जब गौहर ‘इंडियाज रॉ स्टार’ के ग्रैंड फिनाले की शूटिंग कर रही थीं, तभी ऑडियंस में बैठे हुए अकील ने स्टेज पर आकर उन्हें तीन थप्पड़ मारे थे। अकील पर गौहर से छेड़खानी का आरोप भी है।गौहर के वकील सदानंद शेट्टी के अनुसार, अकील के खिलाफ इंडियन पैनल कोड की धारा 354, 323 और 506 के तहत मामला दर्ज किया गया है।